Monday, 29 August 2022
शारवरी वाघ, बृंदा मिलर, संजोग कबरे, चंदा जाधव, शशि बाला ने एमवीपी परियोजना विजेताओं की घोषणा की
Thursday, 4 August 2022
The Music Video Project (MVP) by MCGM with Kala Ghoda Arts Festival brings to you a celebration of our diverse, creative and inclusive city of Mumbai, The Music Video Project (MVP) Kick Off, powered by 48 Hour Film Project kicked off with dignitaries on July 29, at 5pm at Rude Lounge, Powai with 12 musicians, 70 film teams.
Brinda Miller,
Vivek Bhimanwar, IAS, MD -- Maharashtra Film, Stage & Cultural Development Corporation Limited, Satish Vasan representing CINTAA, Shashi Bala, Preeti Gopalakrishnan, Yogi Chopra, RJ Meera, among others.
All in all, an exciting beginning indeed...
Wednesday, 3 August 2022
स्वर्गीय सुर कोकिला लता मंगेशकर और लिविंग लीजेंड आशा भोंसले को अपने यूनिक कॉन्सर्ट ' पैशन-लता,आशा और मैं' से ट्रिब्यूट दिया गायिका मधुश्री ने ! मुम्बई में हुआ 29 जुलाई को आयोजन
मखमली आवाज़ की मल्लिका और मीठी डली सी सुरों में करिश्माई रस भर देती गायिका मधुश्री के लिए ये मौका बेहद खास हैं। क्योंकि वो कुछ ऐसा करनेवाली हैं जिसके लिए उन्होंने बहुत पहले से तैयारी की हुई थी। जी हां , 29 जुलाई को एक खास कॉन्सर्ट ' पैशन- लता, आशा और मैं' के जरिये मधुरश्री स्वर्गीय लता जी और आशा जी को अपने अंदाज में ट्रिब्यूट दिया।
आपको बता दे कि ओवर आल वर्ल्ड हज़ारो कॉन्सर्ट कर चुकी मधुश्री ,महामारी के ढाई साल के बाद मुम्बई में कॉन्सर्ट किया ।
उनकी संगीतमय पेशकश पैशन - लता, आशा और मैं का प्रीमियर 29 जुलाई को शाम 7 बजे हॉल ऑफ हार्मनी, नेहरू सेंटर, मुंबई में हुआ, जो आपको कल्ट क्लासिक्स के युग में ले जाने और बचपन की यादों को संजोने का वादा करती है, जो वाकई सुकून देगा और कुछ वक्त के लिए हम सांसारिक तनाव से दूर हो जाएंगे।
मधुश्री ने महसूस किया कि सोशल डिस्टेंसिंग के दौरान भी जुड़े रहने का सबसे अच्छा तरीका है कि वह अपने मूड लिफ्टिंग सॉन्ग लिस्ट को शेयर करें और कई लोगों को महामारी की भावनात्मक उथल-पुथल से निपटने में मदद करें। इस प्रक्रिया में, मधुश्री ने लता मंगेशकर के साथ एक अटूट व्यक्तिगत बंधन बनाया।
"मधुश्री का कहना हैं कि, " महामारी के समय जब दुनिया घरों में कैद थी , लता दीदी और आशा जी के सदाबहार गीतों ने मुझे जिंदगी जीने का एक बहाना दिया। जहाँ घरों में रहना इतना जरूरी था जहाँ,ऊब, चिंता, अकेलापन और अवसाद था। ऐसे समय में, लता दीदी के संगीत ने मुझे गले लगा लिया, न कि केवल एक उत्थान, आराम और प्रेरक तरीके से - इसने मेरे मस्तिष्क में एक स्थान बना दिया।जिसने मुझे अपनी वर्तमान भावनाओं को व्यक्त करने और संसाधित करने में मदद की।"
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